अर्जुन एरिगेसी ने हराया मैग्नस कार्लसन को, हार पर उखड़े वर्ल्ड नंबर-1
सोमवार को दोहा में चल रही फिडे वर्ल्ड ब्लिट्ज चैंपियनशिप में भारतीय शतरंज प्रशंसकों के लिए एक यादगार दिन था। भारत के 22 वर्षीय ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगेसी ने मैग्नस कार्लसन को हरा दिया, जो दुनिया का सबसे बड़ा खिलाड़ी था। लेकिन इस जीत के बाद कार्लसन गुस्सा हो गया और खेल भावना पर एक बार फिर प्रश्न उठ गया।
मैच हारने के बाद कार्लसन ने मेज पर जोर से हाथ मारा, जिसका वीडियो तुरंत सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। यह नॉर्वे के इस बड़े मास्टर की पहली हार है।
मैग्नस कार्लसन का क्रोध एक बार फिर चर्चा में
शतरंज में मैग्नस कार्लसन का नाम सम्मानपूर्वक लिया जाता है। उन्होंने छह बार विश्व ब्लिट्ज चैंपियनशिप जीता है और हाल ही में छठी बार विश्व रैपिड क्लास चैंपियनशिप जीता है।
लेकिन खेल में हार लगता है कि कार्लसन अब भी खेल के परिणामों को सहज नहीं ले पाते हैं। अर्जुन एरिगेसी से हार के बाद, गुस्से में, उन्होंने मेज पर हाथ मारा, चेहरा स्पष्ट रूप से नाराज़ था। यही नहीं, कुछ हफ्ते पहले उन्होंने एक मैच में कैमरामैन को धक्का देने की शिकायत भी की थी।
हार के बाद संतुलन खोते हुए कई वीडियो सामने आए हैं। इससे पहले, उन्होंने 2025 में भारत के “लिटिल मास्टर” डी. गुकेश से हारने के बाद भी नॉर्वे चैस पर इसी तरह का गुस्सा जताया था।
अर्जुन एरिगेसी के साहसिक कदम
वर्तमान में अर्जुन एरिगेसी अपने करियर में एक उत्कृष्ट दौर से गुजर रहे हैं। कार्लसन और मशहूर उज़बेक ग्रैंडमास्टर नॉद्रिबेक एब्युसतोरोव दोनों ने उनकी मात खाई।
उनकी चालों में रणनीति, साहस और तेज़ी साफ दिखाई दी। तेजी से कैलकुलेशन करते हुए अर्जुन ने एंडगेम में कार्लसन को हराया। उनका शांत स्वभाव और समझदारी ने विश्व नंबर एक को मात दी।
11वें राउंड के बाद अर्जुन और फ्रांस के मैक्सिम वेशियर-लाग्रेव संयुक्त रूप से पहले स्थान पर हैं, दोनों 9 अंक लेकर।
कार्लसन की उम्मीदों में कमी
मैग्नस कार्लसन ने टूर्नामेंट की शुरुआत से ही एक मजबूत स्थिति बनाई थी। वह नौवीं बार वर्ल्ड ब्लिट्ज क्राउन जीतने का लक्ष्य लेकर उतरे थे। अर्जुन का यह हार उनके लिए बहुत बुरा साबित हुआ।
टूर्नामेंट में अब केवल दो राउंड बचे हैं और कार्लसन तीसरे स्थान पर खिसक गया है। कार्लसन की प्रतिक्रिया स्पष्ट रूप से दिखाती है कि विजेता खिलाड़ियों के लिए हार को सहना अक्सर कठिन होता है।
खेल विशेषज्ञों का कहना है कि महान खिलाड़ियों से प्रोफेशनल व्यवहार की अपेक्षा हमेशा रहती है। उनकी यह कार्रवाई खेल की भावना को ठेस पहुंचाती है और युवा खिलाड़ियों को गलत उदाहरण देती है।
दोहा का दूसरा झगड़ा
यह दोहा में कार्लसन का दूसरा बहस है। 7वें राउंड में रूसी ग्रैंडमास्टर व्लादीस्लाव आर्तेमीव से हारने के बाद वे पहले भी चर्चा में रहे। उस समय कैमरे पर रिकॉर्ड हो रहे वीडियो को देखकर उन्होंने कैमरामैन को धक्का दिया।
इसके बाद से प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना शुरू कर दी और बहुत से लोगों ने कहा कि इतने बड़े खिलाड़ी को अपना आपा नहीं खोना चाहिए था।
भारत का नवीनतम शतरंज खिलाड़ी: अर्जुन
भारतीय शतरंज की नई उम्मीद अर्जुन एरिगेसी हैं। हाल ही में, चेन्नई के इस युवा खिलाड़ी ने लगातार बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
उन्होंने 2025 की विश्व रैपिड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था और अब ब्लिट्ज खेल में भी शीर्ष पर हैं। अर्जुन सिर्फ 22 साल का है, लेकिन उन्होंने दुनिया के कई महान खिलाड़ियों को मात दी है।
भारत के लिए गर्व की बात है कि युवा प्रतिभाओं जैसे डी. गुकेश, प्रागननंदा, सुनीलदत्त नारायणन और अब अर्जुन ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर शानदार प्रदर्शन किया है।
विश्व ब्लिट्ज अंक तालिका
- संयुक्त पहले: अर्जुन एरिगेसी और मैक्सिम वेशियर-लाग्रेव, फ्रांस—नौ अंक
- दूसरी जगह पर: डेनियल दुबोव, फाबियानो कारुआना और यू यांगयी 8.5 रेट
- दूसरा स्थान: मैग्नस कार्लसन, अलीरेजा फिरोज़ा और सुनीलदत्त नारायणन ने कुल आठ अंक हासिल किए
- भारतीय खिलाड़ी प्रागननंदा और डी. गुकेश ने 7.5 अंक प्राप्त किए
- कुल 13 राउंड, 11 खेले गए
शतरंज प्रेमियों को अंतिम दो राउंड में कई चमत्कार देखने को मिल सकता है।
सोशल मीडिया पर वायरल होने वाला वीडियो
कार्लसन के गुस्से और अर्जुन की जीत का वीडियो सोशल मीडिया पर छा गया है। इसे यूट्यूब, इंस्टाग्राम और ट्विटर (अब X) पर लाखों लोगों ने देखा है।
उसकी इतनी बड़ी जीत के बावजूद, कई लोगों ने अर्जुन की प्रशंसा की कि वह पेशेवर था। वहीं कार्लसन की कार्रवाई की आलोचना होती है।
#MagnusCarlsen और #ArjunErigaisi अग्रणी हैं। भारतीय प्रशंसक अर्जुन की जीत को एक नए युग का आरम्भ बता रहे हैं।
अर्जुन एरिगेसी का नेट वर्थ
अर्जुन एरिगेसी बहुत सक्रिय हैं। उनके इंस्टाग्राम पर लाखों फॉलोअर्स हैं और उनके हर पोस्ट को शानदार प्रतिक्रिया मिलती है।
वह अक्सर शतरंज बोर्ड, ट्रेनिंग वीडियो और टूर्नामेंट तैयारियों की झलकियां शेयर करता है। अर्जुन एक शांत जीवन जीते हैं और अपने समय का अधिकांश हिस्सा व्यायाम में बिताते हैं।
राजस्व में अर्जुन का अनुमानित नेट वर्थ लगभग 1 से 1.5 करोड़ रुपये है। टूर्नामेंट प्राइज, स्पॉन्सरशिप और ब्रांड एंडोर्समेंट से उनकी कमाई का बड़ा हिस्सा मिलता है।
यही नहीं, मैग्नस कार्लसन का नेट वर्थ लगभग 60 मिलियन डॉलर, यानी लगभग 500 करोड़ रुपये है। वह दुनिया के सबसे अमीर शतरंज खिलाड़ियों में से एक हैं, और उनके ब्रांड “Play Magnus” विश्वव्यापी है।
खेल भावना vs. क्रोध
हर खिलाड़ी जीत और हार करता है। लेकिन हार स्वीकार करना आपकी असली पहचान है। जितनी भी जीत हो या हार हो, असली खिलाड़ी विनम्र रहते हैं, जैसा कि अर्जुन एरिगेसी ने दिखाया।
दूसरी तरफ, मैग्नस कार्लसन जैसे अनुभवी खिलाड़ी को गुस्सा बार-बार दिखाना युवा खिलाड़ियों को भ्रमित करता है।
खिलाड़ियों को पहले भी FIDE ने खेल भावना बनाए रखने की सलाह दी है। कार्लसन आने वाले मैचों में अपने आप पर नियंत्रण बनाए रखेगा और अपने प्रशंसकों को सही उदाहरण देगा।
फाइनल राउंड की महत्वपूर्ण उम्मीदें
सबका ध्यान अभी अर्जुन एरिगेसी पर है क्योंकि टूर्नामेंट के दो अंतिम राउंड बाकी हैं। यदि वे इसी तरह खेलते हैं, तो भारत को एक और बड़ा खिताब मिल सकता है।
भारत के बहुत से शतरंज खिलाड़ी पहले ही दिखा चुके हैं कि शतरंज में उनका दबदबा बढ़ रहा है। अर्जुन की जीत अब भारतीय शतरंज में उज्ज्वल भविष्य की ओर संकेत करती है।
उत्कर्ष
दोहा का मुकाबला सिर्फ शतरंज नहीं था; यह उनकी मानसिक शक्ति और संयम का परीक्षण था। अर्जुन एरिगेसी ने खेल और व्यवहार दोनों में असली चैंपियन की तरह काम किया।
वहीं, मैग्नस कार्लसन का व्यवहार याद दिलाता है कि महान खिलाड़ी भी कभी-कभी मानवीय भावनाओं से परे नहीं होते।
अब देखना है कि अंतिम राउंड में कौन-कौन अपनी चालों से आश्चर्यचकित करता है— लेकिन एक बात तो स्पष्ट है कि अर्जुन एरिगेसी अब दुनिया के सबसे बड़े शतरंज खिलाड़ियों की सूची में शामिल हो गया है।