झारखंड सरकार द्वारा चलाई जा रही मंईयां सम्मान योजना में बड़ा बदलाव हुआ है। इस योजना के तहत 60,000 से अधिक महिलाओं के नाम लाभार्थियों की सूची से हटा दिए गए हैं। यह कदम योजना में हो रहे फर्जीवाड़े को रोकने और पात्र महिलाओं को ही लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से उठाया गया है। आइए, इस खबर के हर पहलू को विस्तार से समझते हैं।
What Is Maina Samman Yojana?
मंईयां सम्मान योजना झारखंड सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य राज्य की आर्थिक रूप से कमजोर और जरूरतमंद महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत 18 से 50 वर्ष की महिलाओं को हर महीने ₹2500 दिए जाते हैं, जिससे वे अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें।
- हर साल एक महिला को कुल ₹30,000 की सहायता राशि दी जाती है।
- अब तक योजना के तहत पाँच किस्तें जारी की जा चुकी हैं। आखिरी किस्त 6 जनवरी 2024 को दी गई थी।
Why were the names of 60,000 women removed?
योजना में फर्जीवाड़े की शिकायतें सामने आने के बाद सरकार ने सख्त कदम उठाए। जांच में पाया गया कि कई महिलाएं जो इस योजना की पात्रता पूरी नहीं करती थीं, वे भी इसका लाभ उठा रही थीं।
The main reasons for removal of the name are:
- जिनके परिवार का कोई सदस्य सरकारी नौकरी में है।
- जो महिलाएं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग में नहीं आतीं।
- जिनके खाते में अन्य सरकारी योजनाओं जैसे विधवा पेंशन या महिला सम्मान योजना की राशि भी आ रही थी।
- 18 वर्ष से कम उम्र की किशोरियां जो इस योजना का लाभ ले रही थीं।
सरकार ने स्पष्ट किया कि ऐसे सभी नामों को सूची से हटा दिया जाएगा और गलत तरीके से ली गई राशि वापस करने का निर्देश दिया गया है।
15,000 names on hold:
जांच प्रक्रिया के दौरान 15,000 महिलाओं के नाम होल्ड पर रखे गए हैं। इनकी स्थिति की जमीनी स्तर पर जांच की जाएगी। यदि ये महिलाएं भी अपात्र पाई जाती हैं, तो उनके नाम भी सूची से हटा दिए जाएंगे।
How to check application status?
यदि आप भी इस योजना का लाभ ले रही हैं और जानना चाहती हैं कि आपका नाम सूची में है या नहीं, तो आप निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाकर आवेदन की स्थिति जांच सकती हैं:
- झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- वहां अपने आवेदन संख्या या पंजीकरण संख्या का उपयोग करें।
- आवेदन की स्थिति चेक करें।
How did fraud occur in the scheme?
जांच में यह सामने आया कि:
- कई महिलाएं सरकारी कर्मचारी होते हुए भी इस योजना का लाभ ले रही थीं।
- कुछ मामलों में एक ही परिवार के कई सदस्यों ने अलग-अलग नामों से आवेदन किया था।
- कुछ खातों में एक से अधिक योजनाओं की राशि जमा हो रही थी।
सरकार ने ऐसे मामलों पर सख्ती दिखाते हुए दोषियों पर कानूनी कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
Main objective of the scheme:
इस योजना का मकसद झारखंड की गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। सरकार चाहती है कि महिलाएं अपनी रोजी-रोटी चलाने और परिवार का भरण-पोषण करने में सक्षम बनें।
Eligibility Conditions:
- महिला झारखंड की मूल निवासी होनी चाहिए।
- आयु 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- वार्षिक आय ₹2.5 लाख से कम होनी चाहिए।
- परिवार का कोई सदस्य आयकर दाता या सरकारी कर्मचारी नहीं होना चाहिए।
BJP raised questions:
इस बीच भाजपा ने राज्य सरकार पर केंद्र की योजनाओं को सही तरीके से लागू न करने का आरोप लगाया। पार्टी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झारखंड सरकार केंद्र द्वारा दी गई सहायता राशि का सही उपयोग नहीं कर रही है। उन्होंने मनरेगा और प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी योजनाओं का उदाहरण देते हुए राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया।
निष्कर्ष:
मंईयां सम्मान योजना झारखंड सरकार द्वारा महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एक सराहनीय प्रयास है। हालांकि, फर्जीवाड़े और अनियमितताओं ने इसकी छवि को धूमिल किया है। सरकार द्वारा उठाए गए सख्त कदम यह सुनिश्चित करेंगे कि केवल पात्र महिलाओं को ही इसका लाभ मिले। यदि आप इस योजना का हिस्सा हैं, तो अपनी स्थिति जांचना न भूलें। साथ ही, ऐसी योजनाओं का लाभ लेने के लिए पात्रता शर्तों का पालन करें और दूसरों को भी जागरूक करें।